अब हम आधुनिक इतिहास की और दृष्टि डालते है | आमेर राजवंश के सबसे प्रतापी राजा ; बल्की यों कहा जाए कि आधुनिक युग के सबसे पराक्रमी योद्धा पंजवनराय जी , अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वी राज चौहान के प्रमुख सामंत थे , उनका नाम हमको इतिहास में देखने को नहीं मिलता | पंजवनराय ने ६४ बड़े युद्ध लड़े व दो बार अकेले अपनी ही सेना से मोहम्मद गौरी को परास्त कर बंदी बनाया | उस माहन शूरवीर का आज इतिहास में नाम नहीं मिलता | लोगों की जबान पर आज भी प्रचलित है |
"गहत गौरी साह के , भागी सेना और |
आयो वाह लिए तब , फिर कूर्म नागौर ||"
अंतिम हिंदू सम्राट प्रथ्वीराज चोहान के प्रमुख सामंत पंजवनराय को जब नागौर में समाचार मिला कि मोहमद गौरी अपनी विशाल सेना के साथ दिल्ली कि और बढ़ रहा है तो उन्होंने मात्र पांच हजार सैनिकों के साथ गौरी पर आक्रमण किया गौरी कि सेना भाग कड़ी हुई और उनको बंदी बना किया गया
आई समर साकेत में,पीड करी पज्जौन|
गोरी सम गोरी अनि,गई लजत भजि भौन||
"गहत गौरी साह के , भागी सेना और |
आयो वाह लिए तब , फिर कूर्म नागौर ||"
अंतिम हिंदू सम्राट प्रथ्वीराज चोहान के प्रमुख सामंत पंजवनराय को जब नागौर में समाचार मिला कि मोहमद गौरी अपनी विशाल सेना के साथ दिल्ली कि और बढ़ रहा है तो उन्होंने मात्र पांच हजार सैनिकों के साथ गौरी पर आक्रमण किया गौरी कि सेना भाग कड़ी हुई और उनको बंदी बना किया गया
आई समर साकेत में,पीड करी पज्जौन|
गोरी सम गोरी अनि,गई लजत भजि भौन||
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