चीन विरोध सिर्फ सोशल मीडिया पर, कारोबार पर नहीं पड़ेगा असर: Xiaomi India
कोरोना और LAC को लेकर भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण चीन के खिलाफ राष्ट्र व्यापी गुस्सा और चीनी सामानो का राष्ट्रव्पायी बहिष्कार देखा जा रहा है । खास कर १५ जून के बाद से ही चीनी उत्पादों खरीद के संबंध में बहिष्कार को लेकर पूरे देश में हर जगह विशेष अभियान चलाये जा रहे हैं। क्या सोशल मिडिया क्या आमजन हर जगह चाइना के प्रति जनता में रोस व्याप्त है इसके बावजूद, Xiaomi India के प्रमुख मनु कुमार जैन स्वीकार करते हैं कि चीन के प्रति लोगों का यह गुस्सा सिर्फ ऑनलाइन और सोशल नेटवर्किंग तक ही सीमित है। यह व्यवसाहिक मामलो को इतना प्रभावित नहीं करेगा !
अपने एक इंटरव्यू के दौरान श्योमी इंडिया के मनु जैन ने कहा कि Xiaomi कुछ अन्य ब्रांड की तुलना में अधिक भारतीय है। हाल के 6 वर्षों के दौरान, श्योमी ने भारत में एक विशाल RnD कोडांतरण, वर्किंग और मार्केटिंग टीम का आकार दिया है और जिसमे लगभग 50,000 व्यक्तियों को रोगजार प्रदान किया गया है।
एमआई मोबाइल फ़ोन सम्पूर्ण रूप से भारतीय उत्पाद
मनु जैन ने बताया कि Xiaomi के सेलफोन का निर्माण भारत में ही होता है। इसके अलावा, इन वस्तुओं के लिए आवश्यक लगभग ७० प्रतिशत कलपुर्ज़े भारत में बने हुए उपयोग में लिए जाते है।उन्होंने आगे कहा कि बहुत सारी ऐसी दूसरी कम्पनिया है जिनके टेलीफोन 100 प्रतिशत चीन में निर्मित ने होते लेकिन वे भारत का टैग लगा कर बाजार में बेचती है हैं !
शाओमी इंडिया के एमडी ने कहा कि उनकी कंपनी भारतीय हैंडसेट कंपनियों से ज्यादा भारतीय है. वह अपने सभी स्मार्टफोन और स्मार्ट टीवी देश में बनाती है. इनमें इस्तेमाल होने वाले 65 कंपोनेंट स्थानीय फैक्ट्रियों से लिए जाते हैं. कंपनी की कमान स्थानीय लोगों के हाथ में है. इसने 50,000 से ज्यादा नौकरियां पैदा की हैं. भारतीय यूजरों का 100 फीसदी डेटा देश में ही रहता है.
उन्होंने कहा कि इसकी तुलना में कई दूसरे देशों सहित गैर-चीनी कंपनियां अपने सभी फोन चीन से आयात करती हैं और स्थानीय भारतीय ब्रांड उन पर केवल अपना लेबल लगाकर भारत में बेचते हैं.
मनु जैन ने आगे कहा कि Xiaomi भारत के सबसे ज्यादा टेक्स चुकाने वाली कंपनियों में से एक है और यह बहुत से लोगों को रोजगार प्रदान करती करता है। उन्होंने कहा कि हमारी कंपनी ने उत्पादन और बिक्री के मायनो में बहुत से रिकॉर्ड बना कर दिखाए है। यदि हम चीन के प्रति दुश्मनी और समान के बहिष्कार वाली बात करें तो अगर ऐसा होता तो कुछ ही हप्तों हम 1 लाख से अधिक रेडमी ईयरबड नहीं बेच पाते। स्मैश हिट ब्रॉड इस तरह के आंकड़े एक तिमाही में निकल कर आते है वो हमने इस टेंस भरे माहौल में कुछ ही सप्ताह में हासिल कर लिया।
और सच ही कहा है मनु जैन ने हमारा विरोध सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सिमित रहता है जमीनी स्तर पर हर एक भारतीय सस्ते की तरफ जाएगा और सारी की सारी देशभक्ति वहां गुल हो जाती है लेकिन इसके विपरीत चाइनीज आपने देश और अपने देश में बने उत्पादों को प्राथमिकता प्रदान करते है ! इसलिए हमें कोई भी आकर आँख दिखाकर चला जाता है पता है आम भारतीय के देशभक्ति का दम सिर्फ उँगलियों के पोर्वों या तो लिखने तक सिमित है या सीखने तक सिमित है इस देशभक्ति के जज्बे को जमीन पर उतरना सिर्फ और सिर्फ सरहदों के उन शूरवीर तक सिमित है जो देश को दिल में बसा कर सजग प्रहरी बने हुए है !
0 टिप्पणियाँ
if you have doubt please contact me,