An emperor who ruled for nearly 50 years Introduction Everlasting defender Chakravarti Emperor Mihirbhoja Pratihara (836 AD to 888) Th…
मेवाड़ और मारवाड के बीच स्थायी सीमा निर्धारण आंवल बावल की संधि:- मेवाड़ और मारवाड के बीच स्थायी सीमा निर्धारण महाराणा कुम्भा और जोधा के वक़्त …
मैं ही श्रेष्ठ- विनाश का घोतक अपने आचार विचार और अपने व्यवहार पर अधिक ध्यान केंद्रित कीजिये,बाकी जो आजाद है वो आजाद रहेंगे ओर जो मानशिक गुलाम …
राजस्थान का जलियांवाला बाग अलवर का नीमूचाना नरसंहार जलियांवाला नरसंहार जिसमें लगभग ढाई सौ लोगो की मौत हुई थी उसके बाद भ…
शौर्य गाथाएं हरावल अधिकार के लिए चुंडावतों और शक्तावतों का बलिदान :- महाराणा अमर सिंह जी इतिहास प्रसिद्ध महाराणा प्रताप के …
राव टोडरमल (उदयपुरवाटी) राव भोजराज जी के यशस्वी पुत्र टोडरमल ने उदयपुरवाटी की बागडोर संभाली। टोडरमल जी भोजराज जी की जादव ठकुरानी के पुत्र थे। व…
शौर्य गाथाएं-बद्रीनाथ_मन्दिर_का_निर्माण_राजपुत_शासक_कनकपाल_द्वारा_करवाया_गया था कहा जाता है कि शंकराचार्य ने गढ़वाल शासक राजा कनक पाल की सहाय…
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